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Vedic Astrology also known as Hindu Astrology. It is ancient science to study stars and planets and its effect on human beings. In Hindi it is called as “Jyotish” and a Astrologer who use to study and practice this called Jyotishacharya.

The believers of Vedic Astrology are in all over the world and now this technique is very popular between not Indian too.

Due to its popularity many Universities launched advance course in Hindu Astrology. Science community is always against to this Vedic Science. They call this as Pseudoscience. In 2001 Andhra Pradesh High Court passed a judgment in favor of Astrology.

Rashi Ratna धारण करने की परम्परा सदियों से रही है। लोग अपने भाग्य को जागृत करने और जीवन को आसान बनाने के लिए राशि रत्न धारण करते हैं। वर्तमान समय में तो ये दिखाई भी देता है कि बॉलीवुड, टॉलीवूड, राजनीति, व्यापार जगत के अधिकतर व्यक्ति अपनी अँगुलियों में कोई

बम बम भोले।  महा शिव रात्रि शिव भक्तों के लिए सबसे बड़ा पर्व है। इस दिन भारत और भारत के बाहर रह रहे भगवान शिव के उपासक भोले नाथ की पूजा करते हैं और रात में जागरण भी करते है। पौराणिक कहानियों के अनुसार इस दिन भगवान शिव और मा

Rahu Transit 2022 वेदिक ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा गया है। इनका प्रभाव मानव जीवन पर बहुत तीव्र है। ये शुभ फल देते हैं तो व्यक्ति बिना संघर्ष सब पा लेता है और अगर इनका अशुभ फल हो तो एक झटके में सब ख़त्म भी हो

Karz आजकल बहुत आम है लेकिन अगर सही समय पर व्‍यक्ति कर्ज ना चुका पाए तो यह उसके लिए जी का जंजाल बन जाता है। अगर ज्‍योतिष की बात करें तो व्‍यक्ति की कुंडली में मंगल और राहू अगर सही स्‍थ‍िति में न हों तो परिस्थितियां ऐसी बन जाती है कि व्‍यक्ति कर्ज

परेशानियों के बाद भी अगर आप इस संदेश को नहीं पढ़ रहे हैं तो दुर्भाग्‍य आपका साथ नहीं छोड़ रहा है। बहुत ही प्रभावशाली ज्‍योतिषीय उपायों के बारे में जानिए और प्राप्‍त कीजिए। जीवन सही दिशा में शीघ्र जाएगा।

रोज की पूजा Daily Puja Vidhi के अनुसार करनी चाहिए। भारत देश में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो अपने दिन की शुरूआत भगवान की पूजा से करते हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसे बहुत कम लोग ही हैं जो पूजा को पूरी विधि अनुसार करते हों। तो

Remedy @ Rs. 999/- “Astroblog” का एक ऐसा प्रयास है जो सभी लोगों तक ज्‍योतिषीय उपायों को पहुंचाने के लिए शुरू किया गया है। इस सुविधा का इस्‍तेमाल करके आप केवल 999 रू. में राशि के अनुसार रुद्राक्ष या फिर राशि रत्‍न प्राप्‍त कर सकते हैं। इसके अलावा भी कई

राशिचक्र की पांचवी राशि सिंह तत्‍व: अग्‍नी गुण: स्थिर रंग: लाल और नारंगी दिन: रविवार स्‍वामी ग्रह: सूर्य मित्र राशि: मेष धनु और मिथुन सिंह राशि के जातक व्‍यवहार कुशल होते हैं किन्‍तु अपने ऊपर इन्‍हें बहुत अभिमान होता है। इनका यह नेचर इन्‍हें प्रेम संबंधों में थोड़ा कमजोर बना

राशिचक्र की चौथी राशि कर्क तत्‍व: जल गुण: मूल रंग: सफेद और नारंगी दिन: सोमवार स्‍वामी ग्रह: चंद्रमा मित्र राशि: वृश्‍चिक मकर और मीन कर्क राशि के जातक अपने काम और व्‍यवहार से दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनते हैं। यह कल्‍पनाशील होते हैं और भावनात्‍मक रूप से बहुत

राशिचक्र की तीसरी राशि मिथुन तत्‍व: वायु गुण: अस्थिर रंग: हरा और पीला दिन: बुधवार स्‍वामी ग्रह: बुध मित्र राशि: तुला कुंभ और धनु मिथुन राशि के लोग नई नई चीजे सीखने और करने के शौकीन होते हैं और इनकी यही प्रकृति इनके प्रेम संबंधों में भी दिखाई देती है।

नमो नम:। क्‍या आप कोई जानकारी चाहते हैं