Remedy @ Rs. 999/- “Astroblog” का एक ऐसा प्रयास है जो सभी लोगों तक ज्योतिषीय उपायों को पहुंचाने के लिए शुरू किया गया है। इस सुविधा का इस्तेमाल करके आप केवल 999 रू. में राशि के अनुसार रुद्राक्ष या फिर राशि रत्न प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा भी कई ऐसे उपाय यहां उपलब्ध हैं जिसे जरूरत के अनुसार धारण करके जीवन की बड़ी से बड़ी समस्या का आप निवारण कर सकते हैं।
इन उपायों में राशि अनुसार रुद्राक्ष की सबसे पहले बात कर लेते हैं। रुद्राक्ष भगवान शिव का वरदान है और इनमें इतनी क्षमता होती है कि यह किसी के भी दुखों को हर कर उसके जीवन में खुशी भर सकते हैं इतना ही नहीं इसको पूरी श्रृद्धा से धारण किया जाए तो यह हर मनोकामना को पूरा करते हैं।
एक मुखी रुद्राक्ष:
प्रभावशाली एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को कभी भी कोई परेशानी विचलित नहीं कर पाती। ये लोग अपनी इच्छा की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। इसको धारण करने से सूर्य के शुभ फल मिलते हैं। सरकारी नौकरी और सरकार से संबंधित सभी कामों में इसके बहुत शुभ फल मिलते हैं।
सिंह राशि के जातकों को एक मुखी रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए। यह भाग्य वृद्धि करने वाला होता है। कार्य सिद्धि और काम काज में तेजी के लिए सिंह राशि के जातकों को इसे अवश्य धारण करना चाहिए।
दो मुखी रुद्राक्ष:
दो मुखी रुद्राक्ष प्रेम और सौहार्द का प्रतीक है। यह अर्धनारिश्वर स्वरूप का प्रतीक है अगर रिश्तों में प्रेम की कमी हो रही हो तो यह रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए। दो मुखी रुद्राक्ष चंद्रमा का प्रतीक है इसलिए अगर मानसिक संतुलन सही न हो, मन न लगता हो या विचारों में मन डूबा रहता हो तो इसे अवश्य धारण करना चाहिए।
कर्क राशि के जातकों के लिए यह दो मुखी रुद्राक्ष बहुत ही लाभकारी होता है। यह कर्क राशि के लिए भाग्य वृद्धि और कार्य वृद्धि के लिए बहुत लाभकारी होता है।
तीन मुखी रुद्राक्ष:
यह अग्नी देव से संबंधित रुद्राक्ष है। यह आत्मा को शुद्ध करने और शरीर को विकारों से दूर रखने के लिए बहुत कारगर है। अगर कोई व्यक्ति बार बार बीमार हो जाता हो तो उसे तीन मुखी रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए। इसके अलावा अगर व्यापार या अन्य मामलों में निर्णय नहीं ले पा रहे हों तो भी इस रुद्राक्ष को अवश्य धारण करना चाहिए।
मेष और वृश्चिक राशि के लिए यह रुद्राक्ष वरदान की तरह है। यह भाग्य वृद्धि करता है और काम काज के लिए बहुत अच्छे नतीजे देता है।
चार मुखी रुद्राक्ष:
बुध से संबंधित यह रुद्राक्ष बहुत शुभफल देने वाला होता है। यह हर उस व्यक्ति को धारण करना चाहिए जो अध्ययन अध्यापन आदि कार्य में हैं। कोई भी बौद्धिक कार्य हो उसमें अतुलनीय प्रदर्शन के लिए यह रुद्राक्ष धारण करना बहुत शुभ होता है। यह धारण करने वाले को कार्यकुशल बनाता है अच्छे निर्णय लेने की क्षमता देता है।
मिथुन और कन्या राशि के जातकों के लिए यह बहुत ही लाभकारी होता है। यह भाग्योदय के मार्ग बनाता है और कार्य में निश्चति सफलता देता है।
पांच मुखी रुद्राक्ष:
सबसे ज्यादा धारण किया जाने वाला पांच मुखी रुद्राक्ष को कालाग्नी रुद्राक्ष भी कहा जाता है। यह आत्मा की शुद्धि के लिए और आध्यात्मिक सुचिता के लिए बहुत ही लाभप्रद होता है। घर में अगर शांति नहीं रहती या लोग गलत दिशा में जा रहे हों तो ऐसे लोगों को पांच मुखी रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए। मंगल कार्यों के लिए भी यह रुद्राक्ष बहुत लाभप्रद होता है। विवाह में आ रही अड़चन हो या संतान प्राप्ति में बाधाएं आ रही हो तो यह रुद्राक्ष बहुत प्रभावशाली होता है।
धनु और मीन राशि के लिए यह राशि रुद्राक्ष है। इसे धारण करने से भाग्यवृद्धि होती है और काम काज के लिए बहुत ही लाभप्रद है।
छ मुखी रुद्राक्ष:
सौंदर्य और ऐश्वर्य से जुड़ी शक्तियों का स्वामी होता है 6 मुखी रुद्राक्ष। यह जीवन शैली में एक उठान लेकर आता है। यौवन सुख देता है और जीवन को खुशनुमा और सुखद बनाता है। यह अगर चार मुखी रुद्राक्ष के साथ धारण किया जाए तो बच्चों को आज्ञाकारी और बौद्धिक बनाता है।
वृषभ और तुला राशि के लिए यह राशि रुद्राक्ष होता है। यह भाग्य में बहुत तेजी लाता है और काम काज में गजब की ऊचाई देता है। ऐश्वर्य, भौतिक सुख और शारीरिक सुख की कामना हो तो इस रुद्राक्ष को अवश्य धारण करना चाहिए।
सात मुखी रुद्राक्ष:
मां लक्ष्मी से संबंधित यह रुद्राक्ष रोजगार और व्यापार में अथाह सफलता के लिए बहुत प्रभावी है। यह धारण करने वाला व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति में बहुत तेजी से बढोत्तरी देखते हैं। इसके अलावा शनि देव के प्रकोप से भी यह रुद्राक्ष अच्छे फल देता है। शनि की साढे साती और ढैया के समय में भी यह बहुत अच्छे परिणाम देता है और कष्ट को कम करता है।
मकर और कुंभ राशि के लिए यह राशि रुद्राक्ष होता है। भाग्य वृद्धि धन वृद्धि तथा काज काज में अप्रतिम लाभ के लिए यह धारण किया जाना बहुत लाभकारी होता है।
अब बात करते हैं राशि अनुसार रत्न की जो कि दाम में भले ही कम हों लेकिन प्रभाव में बहुत अच्छे होते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में:
मेष और वृश्चिक राशि के लिए लाल हकीक धारण करना चाहिए। यह बहुत तेजी से प्रभाव दिखाता है और देखते ही देखते व्यक्ति परेशानियों को खत्म होते देखता है।
वृषभ और तुला राशि के लिए सफेद हकीक धारण किया जाता है। यह बहुत तेजी से जीवन शैली को ऊपर लेकर जाता है। इसके अलावा भाग्य में तेजी लाता है।
मिथुन और कन्या राशि के लिए हरा हकीक धारण किया जाता है। यह बोद्धिक क्षमता बढ़ाता है और इसके प्रभाव से अच्छे फैसले लेने में मदद मिलती है।
कर्क राशि के लिए गोदंती रत्न धारण किया जाता है। यह मन शांत करता है और इसको धारण करने वाला अपने मन और विचार के अनुसार आगे बढ़ पाता है जो कि अंत में सफलता में परिवर्तित होता है।
सिंह राशि के लिए सूर्यमणि रत्न धारण किया जाता है। यह नेतृत्व क्षमता देता है और अपने दम पर आगे बढ़ने का साहस देता है। इसको धारण करने वाले हार और जीत से नहीं डरते हैं जिसका परिणाम अंत में सफलता ही होता है।
धनु और मीन राशि के लिए पीला हकीक धारण करना चाहिए। यह सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रुचि देता है साथ ही व्यापार में भी उन्नति के मार्ग खोलता है। इस राशि के जातक अगर चाहते हैं कि भाग्य उनका साथ दे तो उन्हें ये जरूर धारण करना चाहिए।
मकर और कुंभ राशि के लिए काला हकीक धारण करना बहुत लाभकारी होता है। काला हकीक नजर दोष और कर्ज मुक्ति के मार्ग खोलता है। इसका प्रयोग यूं तो कोई भी राशि वाला धारण कर सकता है लेकिन मकर और कुंभ राशि के व्यक्तियों के लिए यह बहुत लाभकारी और भाग्य को जगाने वाला होता है।
इसके अलावा भी कुछ ऐसे उपाय है जिनमें यंत्र और दूसरे रत्न की अंगूठियां शामिल है जो जीवन में सकारात्मक परिवर्तन की क्षमता रखते हैं। जिसके लिए आप यहां क्लिक करके Remedies @ Rs. 999/- स्टोर विजिट कीजिए।