ज्‍योतिष के अनुसार कर्ज मुक्ति के उपाय

Karz आजकल बहुत आम है लेकिन अगर सही समय पर व्‍यक्ति कर्ज ना चुका पाए तो यह उसके लिए जी का जंजाल बन जाता है।

अगर ज्‍योतिष की बात करें तो व्‍यक्ति की कुंडली में मंगल और राहू अगर सही स्‍थ‍िति में न हों तो परिस्थितियां ऐसी बन जाती है कि व्‍यक्ति कर्ज के जाल में फंस जाता है और कर्ज चुकाने के कोई मार्ग नहीं बनते हैं।

ऐसे व्‍यक्ति के जीवन में धन आता तो है लेकिन खर्चे उससे पहले आ जाते हैं। जिस कारण से एक बार लिया हुआ कर्ज वापस करने की स्थिति बनती ही नही है। इससे अलग बार-बार कर्ज लेने की नौबत आ जाती है।

ज्‍योतिष में अपने 18 वर्षों के अध्‍ययन और अनुभव के आधार पर हम यह कह सकते हैं कि अगर

  • Karz के बोझ में दबे हैं और आगे कोई भी मार्ग समझ नहीं आ रहा है तो तत्‍काल आपको राहू से संबंधित उपाय करने चाहिए। ऐसे में राहू से दुष्‍प्रभाव से ग्रसित आप बहुत गलत फैसले लेते हैं। रातो रात कंगाल होने के मार्ग आप स्‍वयं बनाते हैं और बुरी आदतों पर भी पैसा खर्च करते हैं।
  • अपने बुराइयों और लत के विषय में जानने के बाद भी आप उनको छोड़ नहीं पाते हैं। मेहनत की जगह पर नित नई योजनाएं बनाते हैं और उस पर ठीक से चल नहीं पाते।
  • यह स्थिति राहू के पूर्ण प्रभाव को दर्शाती है ऐसे में आपको राहू केतु कवच धारण करना चाहिए। यह अभिमंत्रित कवच ही आपको पूर्ण रूप से विभिन्‍न परेशानियों से बाहर निकालता है।
  • अगर मंगल के शुभ प्रभाव नहीं मिल रहे हों तो भी व्यक्ति क़र्ज़ के बोझ में दब जाता है लेकिन इस पर कोर्ट केस या दुर्घटना के कारण क़र्ज़ की समस्या आती है।
  • मंगल के प्रभाव वाले व्यक्ति बहुत मेहनत करते है लेकिन मेहनत का सही फल नहीं मिलता है इस कारण से धन हानि होती है और यश की कमी रहती है। ऐसे व्यक्ति पूरी मेहनत के बाद भी क़र्ज़ के जंजाल से बाहर नहीं आ पाते हैं।

ऐसे लोगों को Karz मुक्ति के लिए मंगल का उप-रत्न यमनी हक़ीक धारण करना चाहिए:

क़र्ज़ की एक परिस्थिति और भी होती है व्यक्ति के काम काज में मंदी आ जाए तो भी क़र्ज़ लेना पड़ जाता है। ऐसे में ख़र्च कम नहीं होता है लेकिन आमदनी में कमी आने के कारण क़र्ज़ की स्थिति बनती है। ऐसे में एक बहुत ही प्रचलित उपाए काम करता है जिसे सलेमानी हक़ीक कहते हैं।

सुलेमनी हक़ीक शनि के प्रभाव को सही करता है जिससे काम में आ गई मंदी दूर होती है और राहु के शुभ प्रभाव के कारण धन का ख़र्च रुकता है केतु ग्रह धन संचय के मार्ग बनता है। इस प्रकार इसको धारण करने से विशेष परिस्थितियाँ बनती है और व्यक्ति क़र्ज़ से मुक्ति तो पता है साथ ही काम काज में भी अच्छा प्रभाव मिलता है।