Pukhraj Ring Panchdhatu (6.25 रत्ती पुखराज अंगूठी)

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राशि

धनु और मीन

रत्‍न

Pukhraj Ring

धातु

पंचधातु

अभिमंत्रित और सर्टिफिकेशन

Yes

हेल्‍पलाइन

9118877495

29 in stock

Description

Pukhraj Ring Panchdhatu

पुखराज गुरू बृहस्‍पति का रत्‍न होता है। यह धनु राशि और मीन राशि का राशि रत्‍न होता है। धनु और मीन राशि के जातक इस रत्‍न को बिना किसी ज्‍योतिषीय सलाह के भी धारण कर सकते हैं। इस रत्‍न को धारण करना इन दो राशि के जातकों के लिए तो विशेष फलदायी होता ही है साथ ही यद‍ि अन्‍य राशि के जातक भी यदि इस रत्‍न को धारण करते हैं तो सामाजिक सम्‍मान, काम काज में उन्‍नति और शुभकार्यो में सम्‍मिलित होने का अवसर प्राप्‍त होता है।

Pukhraj Ring Panchdhatu धारण करने के लाभ:

  • व्‍यापार में उन्‍नति के लिए तथा लगातार हो रहे घाटे को रोकने के लिए पुखराज रत्‍न की अंगूठी बहुत ही लाभदायक फल देती है।
  • मान सम्‍मान और घर परिवार में संस्‍‍कार आदि बनाए रखने के लिए भी पुखराज रत्‍न की अंगूठी बहुत कारगर मानी गयी है।
  • विवाह में आ रही बाधाओं या घर के अन्‍य शुभ कार्यों में आ रही बाधाओं को रोकने के लिए भी इस रत्‍न को धारण करना लाभकारी सिद्ध होता है।
  • पुखराज के प्रभाव से स्‍वाभाव सहज होता है। ये लोग स्‍पष्‍ट होते हैं लेकिन किसी से भी कटु नहीं बोलते। इसलिए प्रत्‍येक व्‍यक्ति इनका आदर और सम्‍मान करते हैं।
  • गुरू बृहस्‍पति की महादशा या अंतरदशा से गुजर रहे हैं तो भी इस रत्‍न को धारण करना बहुत लाभकारी होता है।
  • जीवनशैली से जुडी बीमारियों को दूर करने आलस्‍य खत्‍म करने के लिए भी यह रत्‍न बहुत प्रभावशाली है।

Pukhraj Ring  धारण करने की विधि:

  • इस रत्‍न को गुरूवार में राहुकाल के अतिरिक्‍त किसी भी समय पर धारण कर सकते हैं इसके अलावा बृहस्‍पति के शुभ नक्षत्र में भी इसे धारण करवाया जाता है।
  • इसे यदि संतान को धारण करवाया जाए तो वह संस्‍कारी होती है तथा पथ भ्रष्‍ट नहीं होती है।

मुख्‍य ब‍िन्‍दु

  • जिस घर में गुरू बृहस्‍पति की पूजा होती है अथवा पुखराज रत्‍न विराजता है वहां पर व्‍यक्ति को कभी भी देर तक बिस्‍तर में नहीं रहना चाहिए। सुबह उठ कर व घर को उठा कर आप पूजा पाठ करेंगे तो इस रत्‍न का प्रभाव कई गुना होकर मिलेगा और घर में न तो धन की कमी होगी न संस्‍कार की।
  • Astroblog.in ही एकमात्र संस्‍थान हैं जो फोन पर आपको गुरू जी से कनेक्‍ट करवाता है और फोन पर ही अभिमंत्रण करवाता है।
  • इतना ही नहीं सिर्फ Astroblog.in में रत्‍न प्राप्‍त करने के बाद हमारे अनुभवी पंडित जी आपको शुभ मुहुर्थ पर फोन करते हैं और रत्‍न को मंत्रोचार के साथ धारण करवाते हैं।
नमो नम:। क्‍या आप कोई जानकारी चाहते हैं