Category: Rudraksha

Rudraksha are most popular remedy in vedic astrology. This is most auspicious as it is related to lord shiva.

छह मुखी रुद्राक्ष माला को साक्षात कार्तिकेय का स्वरूप माना गया है। इसे शत्रुंजय रुद्राक्ष भी कहा जाता है यह ब्रह्म हत्या जैसे पापों से मुक्ति देने वाला तथा संतान देने वाला होता है। इसे धारण करने से खोई हुई शक्तियाँ जागृत होती हैं। स्मरण शक्ति प्रबल होती है तथा

पांच मुखी रुद्राक्ष  माला कालाग्नि रुद्र का स्वरूप माना जाता है। यह पंच ब्रह्म एवं पंच तत्वों  का प्रतीक भी है। इस माला के जप से असाध्‍य चीजें भी प्राप्‍त की जा सकती हैं। जिनमें से कुछ निम्‍न हैं: 1: अकाल मृत्यु से बचने के लिए कुंडली में मारक ग्रह

चार मुखी रुद्राक्ष माला ब्रह्म स्वरुप होता है। इसे धारण करने से नर हत्या जैसा जघन्य पाप समाप्त होता है। चतुर्मुखी रुद्राक्ष माला धर्म, अर्थ काम एवं मोक्ष को प्रदान करता है। शिक्षा में सफलता व प्रतियोगी परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए यह माला विशेष फल देती है। जिसकी

तीन मुखी रुद्राक्ष माला को अग्नि देव तथा त्रिदेवों का स्वरुप माना गया है। तीन मुखी रुद्राक्ष माला को धारण करने से ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है तथा पापों का शमन होता है। सत्व, रज और तम- इन तीनों यानी त्रिगुणात्मक शक्तियों का स्वरूप यह भूत, भविष्य और वर्तमान का

दो मुखी रुद्राक्ष माला भगवान शिव और मां शक्ति का स्वरुप माना जाता है। इसमें अर्धनारीश्व का स्वरूप समाहित है तथा चन्द्र ग्रह को शुभ प्रभाव में प्रदान करता है व चंद्रमा की शीतलता प्राप्त होती है। शिवभक्तों को यह रुद्राक्ष  माला धारण करना अनुकूल है। यह तामसी वृत्तियों के