Description
स्फटिक शिव लिंग (Sphatik Shivling) का महत्व
Sphatik Shiv ling स्फटिक नाम के रत्न से बना होता है। यह चमकीला रत्न होता है यह अपने प्रभाव के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। यह बहुत ही शुद्ध माना जाता है। इससे बने शिवलिंग में बहुत तेज होता है इसका प्रभाव ज्योर्तिलिंग के समान कहा गया है।
शिव पुराण में ऐसा विवरण मिलता है कि यदि एक शुद्ध अभिमंत्रित स्फटिक शिव लिंग को घर में स्थापित करके विधि पूर्वक पूजन किया जाए तो कभी भी रुपए पैसे से संबंधित परेशानी नहीं होती है। भगवान शिव के आशीर्वाद से ऐसे लोग दुनिया के हर सुख सुविधाओं का भोग करते हैं।
स्फटिक शिव लिंग (Sphatik Shivling) के लाभ
Sphatik Shivling जिस घर में स्थापित होता है और इसका विधि पूर्वक पूजन किया जाता है वहां कभी भी दरिद्रता नहीं रहती।
इसके प्रभाव से ग्रह दोष समाप्त होते हैं और व्यक्ति भाग्योदय को प्राप्त करता है।
यह राहू केतु के दोषों को दूर करके असमय मृत्यु के भय से दूर करता है तथा घर में बीमारियों व अन्य व्याधियों को समाप्त करता है।
घर में इसका विधि पूर्वक पूजन घर को बुरी नजर आदि से बचाता है।
यह घर के वास्तु दोष को भी समाप्त करता है और घर से सुख शांति लेकर आता है।
जिस घर की जमा पूंजी अस्पताल के बिलों में खर्च होती हो उसे शिव की शरण में अवश्य जाना चाहिए। इन्हें पारा शिवलिंग घर में स्थापित करके उसका पूजन करना चाहिए। इससे घर की व्याधियां दूर होंगी।
ज्वालामुखी की भस्म से बनी माला से अगर इसके सामने बैठ कर भगवान शिव की आराधना की जाए तो धन धान्य के साथ संपूर्ण सुख प्राप्त होता है। इस माला को प्राप्त करने के लिए आप यहां क्लिक करें।
स्थापना विधि:
वैसे तो यह कभी भी किसी शुभ मुहुर्थ को देखकर स्थापित व प्राण प्रतिष्ठित किया जाता है। लेकिन आने वाली शिवरात्री बहुत ही शुभ दिन है। इस दिन यदि स्फटिक शिवलिंग की स्थापना की जाती है तो भगवान शिव स्वयं आकर आपके घर में विराजमान होते हैं और आपकी हर प्रकार से रक्षा करते हैं।
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