Rahu Transit 2022 वेदिक ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा गया है। इनका प्रभाव मानव जीवन पर बहुत तीव्र है। ये शुभ फल देते हैं तो व्यक्ति बिना संघर्ष सब पा लेता है और अगर इनका अशुभ फल हो तो एक झटके में सब ख़त्म भी हो जाता है।
इसलिए ज्योतिष को मानने वाला कोई भी व्यक्ति राहु और केतु के गोचर को नज़रअन्दाज़ कर दे इतना साहस किसी में नही होता। इस गोचर के महत्व को देखते हुए हम आपके लिए लेकर आए हैं इस गोचर का शुभाशुभ फल राशि अनुसार:
वक्री गति से चलने वाला राहु और केतु ग्रह डेढ़ साल बाद राशि परिवर्तन करता है और इस साल 12 अप्रेल को ये गोचर हो रहा है। जिसमें राहु वृषभ राशि से मेष राशि में गोचर करेंगे और केतु वृश्चिक राशि से तुला राशि में आ जाएँगे। आइए देखते है इससे समस्त 12 राशियों में क्या फल मिलेगा।
12 अप्रेल को Rahu Transit 2022 मेष राशि में ही हो रहा है। लेकिन वर्ष की शुरुआत में राहु ग्रह मेष राशि की कुंडली के दूसरे घर अर्थात धन भाव में वृषभ राशि के साथ होंगे और ये अप्रैल के गोचर के बाद लग्न में प्रवेश कर मेष राशि के साथ विराजमान जाएँगे। पिछले डेढ़ सालों से आपको अपनी नौकरी और काम काज को लेकर जो चिंता थी वो इस गोचर के बाद यानी की अप्रैल में दूर हो जाएगी और आप आत्मविश्वास के साथ अपना काम कर सकेंगे। इतना ही ना धन कि हानि, धन का कहीं और रुक जाना और धन प्राप्त होने की आशा किंतु उसका प्राप्त ना होना जैसे काम भी अब सही हो जाएँगें।
सावधानी:
राहु छाया ग्रह है ये भ्रम में रखता है और अप्रैल से आने वाले डेढ़ सालों तक ये मेष राशि के लिए लग्न में विराजमान रहेगा। ये संकेत है कि आप ख़यालों में खोए रहेंगे और ख़ूब क़यास लगाएँगे। आप किसी भी चीज़ के लिए ख़ास कर आपकी सेहत से जुड़ी किसी भी चीज़ के लिए क़यास ना लगाएँ। अपने लिए कोई भी निर्णय लें तो उसमें सलाह ज़रूर ले लें। इससे आप आगे होने वाली बहुत सारी परेशानियों से बच जाएँगे। आप नशे की आदत से छुटकारा पाएँ या इसमें ना पड़ें तो आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा।
उपाए:
राहु छाया ग्रह है अर्थात भ्रम में डालता है। आपको सावधान रहना है और किसी भी भ्रम में नही पड़ना है। अपने आस-पास जो भी अच्छे सलाहकार हैं उनसे मदद लेते रहना है। आप नशे की आदत में ना पड़ें और ना ही धन प्राप्त करने का कोई शॉर्ट कट रास्ता ढूँढें। सफ़ाई कर्मचारी तथा अपने से नीचे काम करने वाले सभी लोगों की सहायता करें और उनका आदर करें।
प्रमुख बात है की आप काले गोमेद की माला में राहु के मंत्रों का जप करेंगे तो धन हानि, सम्मान में हानि और स्वास्थ्य में गिरावट से बचे रहेंगे।
वर्ष की शुरुआत में वृषभ राशि की कुंडली में राहु लग्न में रहेगा। ये ग्रह स्थिति एक वर्ष तीन माह पहले से है और आने वाली 12 अप्रैल 2022 तक रहेगी। इस दौरान आप कई भ्रम में रहे होंगे ख़ास कर अपनी सेहत और कार्य को लेकर। अगर आपने बड़ों और सहयोगियों की सलाह से काम किया होगा तो आपको लाभ ज़रूर मिला होगा लेकिन यदि आप अपने ही घमंड में रह कर बिना सलाह के काम कर रहे होंगे तो इसका फल आपको अप्रैल के बाद धन हानि, परिवार से दूरी और सम्मान में कमी के रूप में ज़रूर मिलेगा। क्यूँकि इस अप्रैल के बाद राहु आपके 12वें भाव में गोचर कर रहा है और ये धन हानि के और दूसरे नुक़सान के संकेत हैं। बहुत सम्भव है की आप अप्रेल के बाद एकांकी रहना पसंद करें। व्यय के भाव में राहु के आने से आप अनायास की धन ख़र्च कर सकते हैं आपका धन चोरी हो सकता है या अस्पताल के चक्कर में भी धन ख़र्च हो सकता है।
अच्छी बात ये है की अगर आप घर, शहर या देश से बाहर रह रहे हैं तो नौकरी और धन प्राप्ति के लिए किए जा रहे प्रयासों को तेज़ कर दीजिए। आपकी सफलता की सम्भावना बहुत ज़्यादा है। इतना ही नही आपका व्यापार अगर ऐसा है कि आपको बाहर से धन आता है तो भी आप सफलता से धन प्राप्त करेंगे। ऑनलाइन काम कर रहे हैं तो भी सावधानी से अपना काम करें लाभ होगा।
सावधानी:
ग़रीब, असहाय और सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों की सहायता करें। गंदगी से दूर रहे और पर्सनल हाईजीन का भी ध्यान दें तो राहु आपको कम परेशान करेगा। इन्वेस्टमेंट से समबंधित कोई भी काम बहुत सोच समझ कर करें। जुएँ और सट्टे से पैसा आ सकता है लेकिन ये तय कर लें की राहु देव की कृपा है आप पर, नही तो जितनी तेज़ी से धन आता है उससे कई गुना तेज़ी से चला भी जाता है।
उपाए :
उपाए के लिए ज्वालामुखी की राख की माला धारण करें जिससे आपको राहु ग्रह के शुभफल मिलेंगे और आने वाली परेशनियाँ दूर होंगी।
या फिर आप राहु केतु कवच धारण करें जिसमें गोमेद और लहसुनिया एक साथ लगे होते हैं इससे राहु और केतु दोनो के शुभ फल प्राप्त होते हैं।
12 अप्रेल तक तो राहु मिथुन राशि की कुंडली में 12वें भाव में स्थित रहेगा। जिससे ये आपको फ़िज़ूल ख़र्च कराएगा, धन का व्यय होगा आपके निर्णय ग़लत होंगे जिससे भी आपको नुक़सान होगा। लेकिन ये स्थिति राहु के गोचर 2022 (Rahu Transit 2022) के बाद समाप्त होगी। 11वें भाव में पहुँचकर राहु आपको शुभ फल देंगे। ये आपको धन का लाभ कराएँगे। ये भाव शुभ भाव है और राहु यहाँ आकर इसके फलों में वृद्धि करेगा। आपने जो परेशानी और कठिनाई झेली है उसका समय अब ख़त्म हो गया।
सावधानिया:
शुभ भाव में गोचर के कारण आपको भाग्य से धन मिलेगा लेकिन ये स्थिति आपको अय्याश और धन को फूजूल ख़र्च करने वाला भी बना सकती है। इसलिए किसी भी तरह के नशे में ना पड़ें और ख़ुद को बुरी संगत से दूर रहें।
अपनी राह ना भटकें इसके लिए परिवार के साथ रहें और आध्यात्मिक कार्यों में रुचि लें।
उपाए:
गोमेद विशेष कर काले रंग वाले गोमेद की माला धारण करें या उसमें राहु के मंत्रों का जप करें। इससे आपको होने वाला लाभ कई गुना बढ़ जाएगा।
अगर आप जुआँ सट्टा या शेयर बाज़ार जैसी जगह से धन बनाते हैं तो आपको इस दौरान ज़रूर अपनी कोशिशों को तेज़ कर दें। इसके अलावा आप ज्वालामुखी की राख के दानों की बनी माला में जप भी करें लाभ कई गुना होकर मिलेगा।
पिछले गोचर के बाद कर्क राशि की कुंडली के 11वें भाव में राहु विराजमान हुए जिस कारण से इनको आर्थिक लाभ हुआ। काम काज में इनको उन्नति भी मिली। यदि आपने ख़ुद को नशे और जुएँ से बचाया हुआ है तो धन संचय भी अवश्य हुआ ही होगा। इतना ही नही अप्रैल तक का समय आपके लिए छोटे बड़े निवेशों से धन कमाने का है। अप्रैल में Rahu Transit 2022 बाद राहु 10वें भाव में प्रवेश करेने जिससे साफ़ है की काम काज में थोड़ा संघर्ष बढ़ेगा। आप हवाई ख़यालों पर विश्वास करते हुए कोई बड़े निर्णय ना करें। कर्म से जुड़े जितने भी क्षेत्र हैं वहाँ बहुत सोच समझ का निर्णय करें। कार्य क्षेत्र में नशा आदि ना करें।
सावधानी:
मति को भ्रम में रखने से कई फ़ैसले ग़लत होंगे। जिसके दूरगामी परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इसलिए ख़ुद को सबकुछ ना समझे और हर फ़ैसले ख़ास कर धन और सम्मान से जुड़े निर्णय अपने क़रीबी लोगों से सलाह लेकर ही करें।
अपने साथ जो लोग काम कर रहे हो निचले से निचले स्तर में भी सबके सम्मान का ध्यान रखें। इससे भी राहु के शुभ फल आपको मिलेंगे।
उपाए:
आपको सबसे ज़्यादा काम अपने व्यवहार पर करना है। अपना व्यवहार मृदुल रखें और लोगों से सेवा भाव से मिलें तो आपके लिए समय बहुत अच्छा होगा। आपको बहुत लाभ भी होगा। आप भी अगर राहु के लाभ एकदम भर भर कर लेना चाहते हैं तो काले गोमेद की माला धारण करें।
राहु वर्ष की शुरुआत में १०वें भाव में रहेगा। पिछले साल भर से ये आपको काम काज से जुड़े सभी मामलों में लाभ की स्थिति बना रहा है और अचानक धन आदि की सम्भावनाएँ भी प्रबल कर रहा है। अगर आप नशा या क्रोध जैसी चीज़ों से ख़ुद को बचा सकें होंगे तो आपके लिए राहु ग्रह का ये गोचर भी शुभ ही होगा। Rahu Transit 2022 के बाद इस वर्ष राहु आपकी कुंडली के नवम भाव में गोचर करेंगे। ये स्थिति भी शुभ है लेकिन छाया ग्रह आपको भ्रम में तो ज़रूर डालेगा। ये आपको कभी बहुत अच्छा तो कभी बहुत ख़राब महसूस कराएगा।
सावधानी:
किसी भी छोटी या बड़ी परिस्थिति से आप परेशान ना हों। अगर अपना मन ख़ुश रखेंगे तो आप ज़्यादा ख़ुश रहेंगे और अगर ख़ुद को परेशान समझेंगे तो परेशानी बढ़ती जाएगी। इसलिए अपने मनोभावों पर नियंत्रण रखें। किसी का अहित तो करना ही नही है कयकी अगर भाग्य स्थान में बैठा राहु शुभफल देने में आया तो भाग्य से इतना दे देगा की आपने सोच भी नही होगा और अगर वो अशुभ फल देने लगा तो आपके भाग्य को दुर्भाग्य बनते भी देर नही लगेगी।
उपाए:
किसी के साथ भी अमानवीय व्यवहार ना करें। ध्यान रखें कि राहु उनको ही नुक़सान पहुँचते हैं तो छल और दोशपूर्ण व्यवहार करते हैं। इतना ही नही नशा आदि की शुरुआत इस दौरान की तो आप इसके आदि हो सकते हैं और अपना सुख चैन सब बर्बाद कर लेंगे। इसलिए ख़ुद को नियंत्रित रखें और इस बेहतरीन ग्रह दशा का लाभ आने वाले डेढ़ वर्ष तक लें।
पिछले साल राहु के गोचर के बाद कन्या राशि की कुंडली के 9वे भाव में राहु आकर बैठे थे जिससे ऐसे लोग जो नैतिक रूप से मजबूत रहे उन्होंने सफलता प्राप्त की और हर क्षेत्र से लाभ कमाया और भाग्य ने उनका साथ दिया। लेकिन ऐसे लोग जिनमे ना तो शालीनता है और ना ही नैतिकता वो अपने भाग्य को कोसते रह गए. अब इस अप्रैल को Rahu Transit 2022 करके अष्टम भाव में पहुंच रहे हैं जो उनके लिए और भी चुनौती से भरा हुआ समय लाएगा। आप इस दौरान स्वस्थ्य को लेकर परेशान हो सकते हैं और अगर कोई ऐसा रोग जिसका इलाज पहले से चल रहा हो तो उसके प्रति सजग और सावधान रहें।
इस दौरान आप हर चीज की गहराई में जाएंगे। गहन अनुसन्धान, मनोविज्ञान आदि विषयों का अध्ययन करने वालों के लिए ये समय शुभ है. आपको कई तरह के विचार घेरे रह सकते हैं. जिस कारण से आप अपने काम समय पर पुरे नहीं कर सकते इसलिए ऐसे लोग जो नौकरी या व्यापार कर रहे हो वो ज़्यादा न सोचे और अपने काम पर ध्यान दें.
सावधानी:
इस गोचर के दौरान आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना है जिसमे से सबसे महत्वपूर्ण है की सोचने से कुछ नहीं होता करने से होता है. इसलिए अगर आप नौकरी में है वो वहां विचारों के घोड़े न दौड़ाए बल्कि काम करके दें जिससे आपको तरक्की और उच्च पद मिले.
इसके अलावा आर्थिक लेन देन किसी जिम्मेदार व्यक्ति के साथ करें और लिखे हुए दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ने के बाद ही हस्ताक्षर करें. निवेश ज़मीन या किसी अचल वास्तु पर करें न की शेयर आदि पर. खास कर वर्ष 2022 अप्रैल के बाद अपना हर इन्वेस्टमेंट जानकार लोगों की सलाह पर ही करें।
उपाए:
राहु शांति के लिए काले गोमेद की माला से जप करें और कुत्तों तथा अन्य जानवरों के प्रति सवेंदना रखे उनको भोजन करवाएं। मानवता जीवित रहेगी तो राहु के शुभ फल मिलेंगे नहीं तो आपको काफी परेशान रहना पड़ सकता हैं.
वर्ष की शुरुआत में राहु आपकी कुंडली के 8 वे भाव में रहेगा। नवम्बर 2020 से राहु ग्रह की यही स्थिति है जिसके परिणाम स्वरुप आपकी रूचि आध्यात्म में बढ़ी होगी। आप ज्यादा विचारों में रहते होंगे और कई ख़याली पुलाव पकाते रहे होंगे। अगर आपके बैठे बैठे सोचने की आदत ने आपका काफी नुकसान करवाया है तो आप निश्चिन्त हो जाइये अप्रैल 2022 के बाद ये स्थिति दूर होगी और Rahu Transit 2022 करके आपके सातवें भाव में प्रवेश कर जाएगा। इसके बाद आपके व्यापार में तो अच्छा समय आएगा, बहुत दिनों से रुके काम पूरे होंगे लेकिन वैवाहिक जीवन के लिए ये चुनौतियाँ लेकर आएगा। साझा काम कर रहे लोगों में भी मनमुटाव होना संभव है. इसलिए सावधान रहे और अपना केवल एक ही लक्षय रखें और उसी में फोकस करें. बाकि चीजों को नज़रअंदाज करेंगे तो समय से काफी कुछ हासिल कर सकेंगे। स्वस्थ्य और सेहत में जो परेशानी पिछले दिनों आपने देखी हैं उनमे सुधार होगा।
सावधानियां:
आपको किसी भी तरह के झगडे में नहीं पड़ना है. खास कर घर में अपने जीवन साथी से और कार्यालय में अपने साथी से. किसी बात में मनमुटाव हो भी जाए तो उसे खींचना नहीं है. ये आपकी जिम्मेदारी है कि आप आगे बढ़कर ऐसी परिस्थिति को सम्हालें।
पूरा ध्यान काम काज में लगाएंगे तो इस समय से आप काफी कुछ प्राप्त कर सकते हैं.
उपाए:
पीपल के पेड़ में सरसों का तेल दें और इसके बाद उस तेल से गीली हुई मिटटी से तिलक करें. घर की स्त्रियों को सुन्दर उपहार दें. आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा।
इस राशि के अनुसार साल की शुरुआत में राहु सप्तम भाव से अपना फल देंगे। इसके अनुसार अगर आपके काम नैतिकता पूर्ण हुए तो आपको व्यापार और काम काज से बहुत लाभ होगा। हाँ वैवाहिक जीवन थोड़ा संघर्ष पूर्ण रहा होगा और ये स्थिति साल 2020 के अंतिम माह से ही रही होगी। हो सकता है की इस दौरान वृश्चिक राशि के कई जातकों का सम्बन्ध विच्छेद भी हो गया हो. साथ काम करने या पार्टनशिप में काम कर रहे लोगों से भी मनमुटाव हुआ हो जिसका सीधा प्रभाव आपके काम पर और धन स्थिति पर आया होगा। लेकिन ये स्थिति बहुत हद तक समाप्त होगी और 12 अप्रैल के बाद Rahu Transit 2022 के बाद राहु 6ठवें भाव में गोचर कर जाएगा। राहु कि ये स्थिति आपके लिए बहुत अच्छी साबित होगी लेकिन ध्यान इस बात का रखें की किसी भी बीमारी के लक्षण को नज़रअंदाज न करें. कार्य क्षेत्र के लिए तो ये समय बहुत अच्छा है. आपका वर्चस्व बढ़ेगा और आप अपनी शर्तों में काम करेंगे। प्रमोशन, आय में वृद्धि आदि की सम्भाना भी प्रबल है. प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठ रहे लोगों के लिए भी ये सही समय है. किसी भी स्तर पर कोई कमी न रहने दें सफलता जरूर मिलेगी.
सावधानियां:
राहु की पिछली दशा में आपको जो नुकसान हुआ उस पर पर्दा न डालें उसे सही करने की कोशिश करें तभी इस समय का सही से लाभ ले सकेंगे. आप झुकेंगे तो आपका ही मान बढ़ेगा।
प्रतियोगी परीक्षाओं में जाना है तो कमर कस लेना। आप मेहनत करेंगे तो सितारे भी आपका साथ देंगें.
सेहत में ऐसी परेशनियां आ सकती हैं जो होकर भी न हों, आप परेशान ना हों और राहु के उपाए करें.
उपाए:
गोमेद (काला) अपने वजन का १०वें हिस्सा जितना वजन का धारण करें.
हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं और उनके बाएं पैर से सिन्दूर लेकर अपने माथे पर तिलक करें. आनंद होगा।
वर्ष की शुरुआत में धनु रही की कुंडली के 6ठें भाव में राहु उपस्थित रहेगा। ये स्थिति साल 2020 के आख़िरी माह से अप्रैल 2022 तक रहेगी। राहु की पूर्व स्थिति आपके लिए शुभ फल देने वाली थी। अगर आपने ख़ुद को नशे और अनाचार व्यवहार से बचा कर रखा होगा तो पिछले साल आपको नौकरी और काम काज में काफ़ी अच्छा लाभ मिला होगा। कार्य क्षेत्र में आपका वर्चस्व बढ़ा होगा और सम्मान में भी वृद्धि हुई होगी। लेकिन अब Rahu Transit 2022 के बाद गोचर बदलेगा और राहु पंचम भाव में प्रवेश करेंगे जिससे विद्यार्थियों की एकाग्रता में कमी आएगी। प्रेम संबंधो के लिए ये समय अच्छा रहेगा। आप प्रेम विवाह करना चाहते है तो भी ये उपयुक्त समय है। आप आगे क़दम बढ़ाएँ समय आपके साथ है।
सावधानियाँ:
सबसे पहले तो किसी भी तरह का घमंड या भ्रम में ना रखें। आपको सभी बिंदुओं पर वर्तमान समय के अनुसार निर्णय लेना है। इसके अलावा क्रोध पर नियंत्रण रखना भी आपके लिए बहुत आवश्यक है। अगर क्रोध आया तो आप अपना काफ़ी नुक़सान कर लेंगे। इसलिए सावधान रहे और ख़ुश रहें।
उपाए:
अपनी सबसे छोटी अंगुली में एक पन्ना रत्न की अँगूठी धारण करें और काले गोमेद की माला से जप करें। दयावान रहें और किसी भी जानवर को किसी भी प्रकार से क्षति ना पहुँचाये। अपने तकिए के नीचे एक मोर का पंख ज़रूर रखें।
वर्तमान में राहु मकर राशि की कुंडली में 5वें भाव में है। इसका अर्थ है कि आपके लिए ये समय छोटे मोटे लाभ का रहा है। आय के क्षेत्रों में बढ़ोत्तरी हुई है और आपका दबदबा भी लोगों में बीच बाधा है। लेकिन शारीरिक ऊर्जा को लेकर थोड़ी समस्या रही है। पिछले साल अगर आपको लाभ नही हुआ और आपकी स्थिति में कोई शुभ परिवर्तन नही हुए हैं तो इसका कारण केवल आपका क्रोध या ज़रूरत से अधिक सोचने की प्रवृति ही है। लेकिन अब अप्रैल 22 से Rahu Transit 2022 के बाद स्थिति में परिवर्तन आएगा और राहु पंचम भाव से चतुर्थ भाव में गोचर कर जाएगा। माँ और घर की दूसरी महिलाओं के साथ अपने रिश्तों को सम्हाल कर रखें। अपने ऊपर और अपनी लग्ज़री में आपका पैसा ख़र्च होने के योग बन रहे हैं। इस अवधि के दौरान आप अपना आपा ना खोने दें। निवेश ना करें विशेष कर कोई काग़ज़ या एगरिमेंट पर साइन करने से पहले ख़ुद या अपने वक़ील को उसे ठीक से पढ़ने के लिए कहिए। परिवार के साथ रिश्तों में परेशानी हो सकती है ध्यान रखें।
सावधानियाँ:
किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले उसे अच्छी तरह से समझ लें। सम्भव हो तो अपने सारे निवेश फ़िलहाल के लिए रोक दें।
इस अवधि के दौरान किसी से उधर ना लें और ना ही उधर दें।
माता के स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहें और थोड़ी भी परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
उपाए:
ज्वालामुखी की राख के दाने से बनी माला धारण करें और काले तिल के साथ भगवान शिव को सोमवार के दिन जल अर्पित करें।
शनिवार के दिन बाबा भैरव के दर्शन और अभिमंत्रित धागा हाथ में बाँधना भी काफ़ी लाभदायक होगा।
अभी तक राहु कुम्भ रही के लिए चौथे भाव में उपस्थित था। जिस कारण से पिछले साल माँ की तबियत में उतार चढ़ाव दिखा होगा। इसके अलावा इस दौरान किए गए निवेश से भी उस प्रकार से रिटर्न नही दे रहे होंगे। आनन फ़ानन में या बिना सलाह लिए आपने कोई डील साइन की या निवेश किया होगा तो उससे आपको नुक़सान ही हुआ होगा और अप्रैल तक इससे आपको सावधान भी रहना है। जब अप्रैल 2022 में Rahu Transit 2022 के बाद राहु चतुर्थ भाव से तीसरे भाव में जाएगा तो स्थितियाँ थोड़ी बदलती हुई दिखाई देंगी। आपकी इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास में काफ़ी बढ़ोत्तरी होगी। काम के लिए यात्रा भी करनी पढ़ सकती है। इसके अलावा अगर नौकरी में परिवर्तन चाहते है और प्रयास कर रहे हैं तो आपको सफलता मिलेगी। अपने भाई बहनों के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं तो घमंड और अभिमान छोड़ कर ही उनसे बात करें। पुराने मित्रों से मिलने की योजना भी बन सकती है।
सावधानियाँ:
अपने रिश्तेदारों और भाई बहनों के साथ घमंड से कोई बात नही करनी है। अपना व्यवहार मधुर बनाए रखना है, नही तो तीसरे घर में बैठा राहु आपके रिश्तों में सेंध लगा सकता है। निवेश के लिए अनुभवी व्यक्ति की सहायता लेनी है।
उपाए:
भैरव मंदिर में सोमवार के दिन उरद की डाल की कचौरी चड़ाएँ। इसके साथ काला गोमेद अँगूठी में या लौकेट में धारण करें।
काले गोमेद की माला में जप करेंगे तो मन भ्रमित नही होगा और अपने काम को पूरी ईमानदारी से कर सकेंगे।
Rahu Transit 2022 मीन राशि में राहु अपने पिछले गोचर के बाद तीसरे भाव में विराजमान हैं। इस स्थिति के कारण भाई बहनों के साथ में थोड़ी संघर्ष की स्थिति बनी होगी। यदि अपने क्रोध में नियंत्रण नही किया गया होगा तो आपके क्रोध ने आपका काफ़ी नुक़सान करवाया होगा। अभी अप्रैल तक यही स्थिति रहने वाली है लेकिन उसके बाद जब दूसरे भाव में राहु गोचर करेगा तो आपको धन आदि का लाभ हो सकता है। ये लाभ इस पर निर्भर करेगा की आप अपनी सोच को कैसे नियंत्रित करते हैं। भ्रम और वास्तविकता में अगर आप भेद कर सके तो आपको इस गोचर से बहुत लाभ होगा। धन प्राप्ति में आ राशि बढ़ाएँ दूर होंगी। इतना ही नही आपको यात्राएँ भी करनी पड़ेगी और यात्रा से आपको लाभ होगा।
सावधानियां:
अपने भ्रम से दूर रहना है और वास्तविकता में रहकर ही अपने सारे निर्णय लें तो आने वाली कई परेशानियों से आपको छुटकारा मिलेगा।
भाई बहनों को ख़ुश रखें और आपस में प्रेम भाव भी बना रहे इससे राहु के दुशप्रभाव कम होंगे।
दारू अथवा किसी भी नशीले तत्व के सेवन से बचें। परिवार में शांति बनाए रखें ये ज़िम्मेदारी आपकी ही है।
उपाए:
काले गोमेद की माला धारण करें या उसमें राहु के मंत्रो का जप करें। इससे राहु के शुभ प्रभाव मिलेंगे और धन प्राप्ति में आ रही बढ़ाएँ दूर होंगी।
इसके अलावा आप सरसों के तेल में काला तिल मिलकर उसका दिया जलाएँ। ये उपाए केवल शनिवार के दिन ही करना है।